Sad Hindi Shayari Collection



धीरे धीरे सब दूर होते गए |


धीरे धीरे सब दूर होते गए, वक़्त के आगे मजबूर होते गए ।
रिश्तो में हमने ऐसी चोट खायी की , बस हम बेवफा और सब बेक़सूर होते गए.

आँखे हंसती है मगर दिल रोता है|



किस्मत में कभी ये भी होता है,आँखे हंसती है मगर दिल रोता है|
जिसे मानते है हम मंज़िल अपनी,हमसफर उसका कोई और ही होता है|


चाहत हे किसी चाहत को पाने की |





चाहत हे किसी चाहत को पाने की,चाहत हे चाहत को आजमाने की,
वो  चाहे हम चाहे या न चाहे,पर चाहत हे उसकी चाहत में मिट जाने की|


बेहतर से बेहतर  को  तलाश  करो |




बेहतर से बेहतर  को  तलाश  करो ,मिल  जाये  नदी  तो  समंदर  तलाश  करो ,
टूट  जाता  है शीश  हर  पत्थर  की  चोट  से ,टूट  जाये  पत्थर  वो  शीश  तलाश  करो |






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